हाथ डाल जेब में सिकका टटोलता हु मै
है फटी जैबे मेरी एक अरसे से
हाथ फैलाए भिखारी को एक इज्ज़त का झूठ बोलता हु में
क्यूँ रोऊँ में तेरे हालात पर
हालात तो मेरे तेरे ही जैसे हैं
मेरे पतलून के जैबे फटी हुई
और तेरे फटे कुरते में पैसे हैं
कंगालियत से यूँ मुझे न देखा कर
मुफलिसी के दिन है बेटा ,हम भिखारी तेरे ही जैसे हैं