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Sunday, March 17, 2013

राम भूल गयें हैं ..जंगल मे रास्ता ,
रावण ने खुद ही लौटा दिया है सीता को ,
संजीवनी बूटी है ,अब कलयुग के हाथ मे ,
और वो हंस कर कहता है ,बरखुदार इसे जीवन
रक्षक कवच कहते है ,

(भगवान  अपने काम से सेवानिर्विर्त हो चले हैं ....)



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