हाँ इज़ाज़त है तुम्हे मेरे ज़ख्म तक ज़ाने कि ;
क्यूंकि अभी इन आँखों मे बहुत पानी है
भले टूटी हो कलम मेरी ;डायरी के तीसरे पन्ने पर ;
मगर दिल के अजायबघर मे अभी सेकड़ो कहानी हैं.
क्यूंकि अभी इन आँखों मे बहुत पानी है
भले टूटी हो कलम मेरी ;डायरी के तीसरे पन्ने पर ;
मगर दिल के अजायबघर मे अभी सेकड़ो कहानी हैं.
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